कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। पूरी दुनिया कोरोना वायरस की चपेट में आ गयी है। कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए हमारी सरकार कुछ अहम कदम उठा रही है। जिसके मद्देनज़र पीएम मोदी ने पहले 21 दिन के लॉकडाउन का ऐलान किया था। उसके बाद फिर से 19 दिन के लॉकडाउन का ऐलान कर दिया गया है।पूरी दुनिया कोरोना के खिलाफ लड़ने के लिए वैक्सीन तैयार करने मे जुटी हुई है।लेकिन अभी किसी को भी कोई फॉर्मूला नही मिला जिससे कोरोना के कहर को रोका जा सके।वही भारत की सरकार भी वायरस को फैलने से रोकने के लिए पूरी ताकत लगा रही हैं। भारतीय वैज्ञानिक भी कोरोना के इलाज और बचाव को लेकर शोध में जुट गए हैं। हम आपको बता दें कि भारत की छह कंपनियां कोविड-19 से बचाने वाला वैक्सीन बनाने में जुट गई हैं।
चलिए आप को बता दें कि करीब 70 वैक्सीन की जांच चल रही है और अभी कम से कम तीन मानव पर क्लिनिकल ट्रायल स्टेज पर पहुंचा हैं। लेकिन 2021 से पहले इनके बाजार में आने की कोई संभावना नही दिख रही।अभी हमे वैक्सीन के लिए थोड़ा लम्बा इंतेज़ार करना होगा।
विभिन्न वैज्ञानिकों का इस वैक्सीन पर क्या कहना है?
चलिए आपको बता दें कि भारत के अलग-अलग वैज्ञानिकों का कोरोना वैक्सीन को लेकर क्या कहना है तो सबसे पहले केरल में राजीव गांधी सेंटर फॉर बोयोटेक्नॉलजी के मुख्य वैज्ञानिक ई. श्रीकुमार का कहना है कि” वैक्सीन डिवेलपमेंट बहुत लंबी प्रक्रिया है, जिसमें अक्सर सालों लग जाते हैं, इसमें बहुत सी चुनौतियां होती हैं।’
वहीं हैदराबाद में सेंटर फॉर सेल्युलर एंड मोलिक्युलर बायोलॉजी के डायरेक्टर राकेश मिश्रा ने भी वैक्सीन डेवलपमेंट के बारे मे कहा है, ‘आमतौर पर वैक्सीन को अलग-अलग स्टेज से गुजरने में कई महीने लग जाते हैं।साथ में उन्होंने यह भी बताया कि मनुष्यों पर परीक्षण से पहले वैक्सीन की लैब टेस्टिंग पर जानवरों पर ट्रायल होता है।
पूरा विश्व कोरोना को हराने के लिए हथियार बना रहा है। ये लड़ाई लंबी है इसलिए इस वक़्त केवल आपको आप खुद ही बचा सकते है।The News1 भी आपसे अपील करता है बिना ज़रूरी काम के घर से बाहर न निकले ,सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखें,लॉकडाउन का पालन करके सरकार का सहयोग करें।