भारत बायोटेक के बाद, जिसने कोवाक्सिन नामक एक संभावित उपन्यास कोरोनावायरस वैक्सीन विकसित किया, अहमदाबाद स्थित ज़ाइडस कैडिला को एक और कोरोनावायरस वैक्सीन उम्मीदवार के चरण I और II मानव परीक्षणों को शुरू करने के लिए हरी बत्ती दी गई है। यह भारत में मानव परीक्षणों के लिए अनुमोदन प्राप्त करने वाला दूसरा कोरोनावायरस वैक्सीन है। नोवेल कोरोना वायरस तेज़ी से बढ़ते हुए भारत को दुनिआ में चौथे सबसे बुरी स्थिति वाले देश के स्थान पर ले आया है। आकड़ो की माने तो शुक्रवार 3 जुलाई को 20 ,903 नए मामले सामने आये और अब तक पुरे देश में 6,25,544 मामले सामने आ चुके है।
कोविड -19 के लिए एक वैक्सीन विकसित करने के लिए दुनिया भर में दवा निर्माताओं के साथ, नोवेल कोरोनावायरस के कारण होने वाली बीमारी के चलते अहमदाबाद स्थित Zydus Cadila ने कहा कि उनकी बनाई वैक्सीन को ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) से मानव अध्ययन करने के लिए मंजूरी मिल गई है।
इससे पहले, दवा नियामक ने भारत के पहले स्वदेशी कोरोनावायरस वैक्सीन उम्मीदवार कोवाक्सिन को मंजूरी दी थी। कोवाक्सिन को हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक द्वारा इंडिकन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV) के सहयोग से विकसित किया गया है।